रिपोर्ट मुकेश कुमार
जयपुर। श्री डिग्गीपुरी कल्याण लक्खी पदयात्रा समिति, जयपुर के तत्वावधान में श्री डिग्गीपुरी कल्याणजी की 57वीं लक्खी पदयात्रा बुधवार सुबह ध्वजा निशान के साथ शहर के चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर मंदिर से रवाना हुई। हजारों की भीड़ के बीच कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केसरिया निशान ध्वज की विधिवत पूजा अर्चना कर इस यात्रा को रवाना किया। इस दौरान विधायक अमीन कागजी,गलता पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य, राष्ट्रीय कथावाचक देवी वैभवी श्रीजी, त्रिवेणी धाम के राम रिछपाल दास सहित कई अन्य राजनेताओं ने ध्वज पूजन कर केसरिया ध्वज दिखाकर रवाना किया। यह पदयात्रा डिग्गीपुरी पहुंचते-पहुंचते लक्खी पदयात्रा में बदल जाएगी। जिसमें लाखों लोग पैदल चलकर श्रीजी महाराज के हाजिरी लगाएंगे। गौरतलब है कि सावन शुक्ल पक्ष षष्ठमी बुधवार को जयपुर और आसपास के पदयात्रियों का रेला डिग्गी कल्याण की लक्खी पदयात्रा के लिए निकल पड़ा. जयपुर में ताड़केश्वर मंदिर से रवाना हुई यह यात्रा 7 अगस्त को डिग्गी पहुंचेगी। वहीं पदयात्रा संयोजक श्रीजी शर्मा और उनका परिवार बैंड बाजों के बीच निकले। इस दौरान जगह-जगह पुष्प वर्षा भी देखने को मिली। पदयात्रियों का कारवां रामनिवास बाग होते हुए जेएलएन मार्ग की और बढ़ चला। मोतीडूंगरी गणेशजी के दर्शन कर पदयात्री जेएलएन मार्ग, टोंक रोड, दुर्गापुरा, सांगानेर होते हुए आगे बढ़ा। जानकारी के अनुसार पदयात्रा में से लाखों पदयात्री कल्याण धणी के जयकारे लगाते हुए रवाना हुए।समिति के अध्यक्ष एवं यात्रा के संयोजक श्रीजी शर्मा ने बताया कि 3 अगस्त को मदरामपुरा, 4 अगस्त को हरसुलिया, 5 अगस्त को फागी, 6 अगस्त को चौसला में रात्रि विश्राम करते हुए 7 अगस्त को डिग्गी कल्याणजी पहुंचेगी। इस बीच जगह-जगह रात्रि जागरण, भजन कीर्तन करते हुए भक्त आगे बढ़ेंगे। भक्त शोभायात्रा के रूप में कल्याणजी महाराज के मंदिर पहुंचेंगे और यहां ध्वज चढ़ाया जाएगा।
सडकों पर डिग्गी यात्रा पर जाने वाले लोग ही नजर आ रहे है।
जयपुर के चौड़ा रास्ता से जेएलएन मार्ग और फिर टोंक रोड पर आज डिग्गी यात्रा पर जाने वाले लोग ही नजर आ रहे हैं। जगह- जगह श्रद्धालुओं के खाने पीने के लिए स्टॉल लगी हुई है। वहीं भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश राधा कृष्ण और बजरंगबली के वेश धारण करे हुए कलाकार आकर्षण का केंद्र रहे। जानकारी के अनुसार कोरोना की वजह से दो साल यात्रा नहीं निकाली गई। इसलिए इस साल सवा से डेढ़ लाख यात्रियों से अधिक के पहुंचने की संभावना है। करीब 5 लाख यात्री डिग्गीपुरी के लिए पैदल निकले हैं। वहीं कल्याणजी की लक्खी पदयात्रा में जयपुर सहित दौसा, सवाईमाधोपुर, सीकर जिलों के पदयात्री भी शामिल हुए।
मुख्य पदयात्रा में शामिल होने के लिए आसपास की छोटी पदयात्राएं पहुंची
कल्याण डिग्गीपुरी पदयात्रा संघ जयपुर की ओर से आयोजित डिगी कल्याणजी की 57 वीं लक्खी पदयात्रा के दौरान मुख्य पदयात्रा में शामिल होने के लिए बांदीकुई, चाकसू, शाहपुरा, मनोहरपुर, दौसा, आमेर, भानपुर, बस्सी सहित कई स्थानों से छोटी पदयात्राएं बुधवार अल सुबह ही चौड़ा रास्ता पहुंची। जगह-जगह यात्रियों की सेवा के लिए आमजन ने स्टॉल्स पर फल और अन्य खाने के सामान वितरित करते दिखे।
पुलिस की ओर से शहर में पुख्ता इंतजाम
वहीं पुलिस प्रशासन ने इन पद यात्रियों के लिए शहर में पुख्ता इंतजाम किए गए है। पुलिस विभाग के जवान जगह -जगह पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात हैं।
लोक गीतों पर थिरकते नजर आए भक्त
पद यात्राओं के साथ चल रहे वाहनों में डीजे पर थारे बाजे नौबत बाजा म्हारा डिग्गीपुरी का राजा… सावन का महीना में डिग्गी को मेलो भरे…, चाला ला रे चाला डिग्गी का मेला मा…जैसे भजन बज रहे थे। महिलाएं-पुरूष क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग नृत्य कर अपने को निहाल कर रहे थे। कल्याणधणी के प्रति श्रद्धा के आगे बुढ़ापा व बचपन भी हार गया। लोग नृत्य करते थक नहीं रहे थे। वाहनों में कल्याण धणी की सजी हुई झांकियां चल रही थी।
जगह-जगह प्रसादी की व्यवस्था
कल्याण धणी की लक्खी पदयात्रा में समाजसेवियों द्वारा जगह- जगह प्रसादी की व्यवस्था की गई। सभी हाथ जोड़ कर सभी पदयात्रियों को परसादी के लिए आमंत्रित किया और वहीं कल्याण धणी के जयकारे के साथ पदयात्री परसादी का आनंद लिया । टोंक रोड पर सेवार्थ के लिए हजारों की संख्या में टेन्ट लगाए गए हैं।