रिपोर्ट मुकेश कुमार
दिल्ली। रैगर समाज को संगठित व अखण्ड बनाने के प्रयास चतर सिंह रछौया व अन्य रैगर समाज के गणमान्य व्यक्तियों के साथ किया जा रहा है इसी विषय को सफल बनाने के लिए दिनांक 04-09-2022 रविवार को रामदेवरा जेसलमेर में एक रैगर वीरो का प्रशिक्षण सिविर लगाया जा रहा है, इसमें रैगर वीरो के देश में किसी भी कोने सेश्ररामदेवरा आने-जाने की व्यवस्था व रामदेवरा में रहने खाने की व्यवस्था भी चतर सिंह रछौया अपने खर्चों पर करने जा रहे है, रैगर वीरों के सम्मान में सहयोग करें। रैगर समाज के महासम्मेलन के 31 सदस्य बनाने वाले को रैगर वीर की उपादि, रैगर तलवार, जायेगा। रैगर शॉल, रैगर पंगड़ी व सम्मान-पत्र देकर महासम्मेलन में सम्मानित किया। महासम्मेलन में आनी वाली महिलाओं को लूगड़ी उड़ाकर बहन की उपादि व सम्मान-पत्र दिया जायेगा। पुरूषों को पंगड़ी व शॉल पहनाकर सम्मान-पत्र के साथ सम्मानित किया जायेगा। रैगर समाज के अखिल भारतीय रैगर महासम्मेलन में केवल 1 सौ रूपये पंजीकरण राशि खाते में जमा करनी है। और रैगर समाज के लोगों को जोड़ने का प्रयास करना है।भूमि चत्तर सिंह रछौया द्वारा, नांगलोई में तो 106 बेड के रैगर अस्पताल बनाने के लिए जमीन भी सरकार से पास करा ली है। उच्च न्यायालय दिल्ली में छठी याचिका संख्या 1243/2022 दाखिल कर दी। न्यायालय ने सरकार को सम्मन जारी कर जवाब मांगा है।

