रिपोर्ट रामबिलास जोशी

उस रास्ते पर हो रखें अतिक्रमण हटाने की गुहार लगाई थी, जिस पर जिला कलेक्टर ने विकास अधिकारी माधोराजपुरा को मौके पर जाकर अतिक्रमण हटाकर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे।जिस पर विकास अधिकारी ने पंचायत प्रशासन को अतिक्रमण हटाने के आदेश देकर इतिश्री कर ली गई है। जिस आदेश की पालना आज दिन तक पंचायत प्रशासन ने नहीं की। इससे पीड़ित विकलांग रामस्वरूप अपने न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं लेकिन फिर भी पीड़ित विकलांग को प्रशासन से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है।इस संबंध में पीड़ित विकलांग रामस्वरूप खाती ने बताया कि प्रशासन कलेक्टर के आदेश की पालना नहीं करते हुए मात्र लीपापोती करने में लगा हुआ है। पंचायत प्रशासन मौके पर पहुंच कर अतिक्रमण उनकी मौका रिपोर्ट बनाकर ही इतिश्री कर ली गई है। इससे पीड़ित विकलांग रामस्वरूप को प्रशासन से न्याय मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। पीड़ित विकलांग रामस्वरूप ने प्रशासन पर लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए बताया कि जिला कलेक्टर जयपुर की निर्देशों को रद्दी की टोकरी में फेंकने का आरोप लगाया।

ज्ञात रहे कि 67 वर्षीय रामस्वरूप जांगिड़ शारीरिक रूप से विकलांग है और उसकी कोई सुनने वाला नहीं है। जिस पर परेशान होकर पीड़ित विकलांग रामस्वरूप व उसके परिवार जनों ने प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। इस संबंध में माधोराजपुरा विकास अधिकारी से फोन पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु विकास अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया,जिससे संपर्क नहीं हो सका। इस संबंध में ग्राम पंचायत भांकरोटा के ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि पटवारी की रिपोर्ट में आबादी में से कोई रास्ता नहीं है। प्रार्थी जिस रास्ते की बात कर रहा है वह तीन भाइयों का सामलाती रास्ता है।खेत का रास्ता सहखातेदारी में से ही मिल पाएगा।