रिपोर्ट राकेश कुमार
दूदू। कहा जाता है कि आस्था से बड़ा कुछ भी नहीं होता।भगवान के प्रति अगर सच्ची श्रद्धा हो तो भक्त किसी भी विपरीत परिस्थिति से लड सकता है और उसकी लडाई में भगवान भी उसका पूरा साथ देते हैं। हम आपको बता दें कि एक भक्त सवाई माधोपुर से रामदेवरा तक 620 किलोमीटर की पेट के बल दंडवत यात्रा कर अपने आराध्य देव बाबा रामदेव के दर्शन के लिए पहुंच रहा है। भक्त रमेश मीणा ने बताया कि यह दंडवत यात्रा सवाई माधोपुर जिले की बोली तहसील के गांव हणोत्या से रवाना हुए थे जो एक महिने में 170 किलोमीटर तक हम पहुंच गए हैं। और अब 450 किलोमीटर की दंडवत यात्रा करते हुए रामदेवरा में बाबा रामदेव जी की समाधि के दर्शन करने है। इस डामर की सड़क पर पैदल चलना मुश्किल होता है लेकिन रमेश मीणा पेट के बल अपने श्रद्धेय बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने जा रहे हैं। जब उससे इस कठिन यात्रा के बारे में पूछा गया तो बताया कि बाबा रामदेव उसे शक्ति प्रदान करते है जिसके बलबूते वो अपनी इस कठिन यात्रा को आसानी से पूरा कर लेता है। भक्त रमेश मीणा ने बताया की बाबा से मैंने मन्नत मांगी थी लेकिन बाबा ने मुझे मांगने से भी ज्यादा दे दी बाबा के लिए तो ये दंडवत यात्रा भी कम है। भक्त रमेश मीणा के साथ दो लोग और साथ चल रहे थे महेश गुर्जर, मनकेश मीणा जो एक तो बाबा का ध्वज लिए आगे आगे चल चलता और एक मोटरसाइकिल पर खाने पीने का सामान साथ लेकर चलता है। यह जैसलमेर के रामदेवरा में बाबा रामदेवजी महाराज की समाधि के दर्शन करेंगे।