रिपोर्ट राकेश कुमार
जयपुर। राजस्थान समग्र शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर उदय सिंह डिगार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला समेत उच्चाधिकारियों को ज्ञापन प्रेषित कर प्रदेश में पदोन्नत होने वाले प्रबोधकों को उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्त कर न्याय दिलवाने की मांग उठाई है ।उन्होंने ज्ञापन में बताया कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा गत वर्ष 14 जून को प्रदेश में 5000 प्रबोधकों के पदों को अपग्रेड कर पदोन्नति के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।इस संबंध डिगार ने विभाग द्वारा ऐक वर्ष पश्चात प्रबोधको को पदोन्नति देकर श्रीमान निदेशक प्रारंभिक शिक्षा के पत्र दिनांक 30 जून 2022 के अनुसार जारी दिशा-निर्देशों को लेकर आपत्ति दर्ज करवाई जाकर संशोधन की मांग की गई है । उन्होंने ज्ञापन में बताया कि प्रबोधक एक अध्यापक के समान योग्यता एवं वेतनमान में कार्य कर रहे हैं। ऐसे में इनके 5000 पदों को अपग्रेड किया गया है। पंचायती राज अधीन इन प्रबोधकों को मिडिल स्कूलों में प्रधानाध्यापक लगाया जावे। उन्होंने बताया कि विभागीय पत्र 30 जून के अनुसार कुछ प्रबोधकों को प्राथमिक स्कूलों में लगाए जाने का उल्लेख किया गया है, जो कतई न्यायोचित नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि जब प्रदेश में वरिष्ठ अध्यापक से लेकर प्रधानाचार्य तक के पदों पर पदोन्नति होने पर काउंसलिंग का प्रावधान है, ऐसे में प्रबोधको की भी काउंसलिंग कर पदस्थापन किए जाने चाहिए, अन्यथा की स्थिति में न्यायिक करण बनने की संभावना है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा जारी प्रेस नोट दिनांक 14 जून 2021 अनुसार भी इन पदोन्नत पृबोधको को अध्यापन कराने के साथ ही संस्था प्रधान के दायित्व निभाने का भी उल्लेख है। ऐसे में विभाग द्वारा जारी परिपत्र में तत्काल संशोधन कर प्रबोधकों को पदोन्नति दी जाकर काउसलिगं कर मिडल मे पृधानाधयापक पद पर लगाना चाहिए, अन्यथा की स्थिति में विवाद, आक्रोश एवं आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यह जानकारी जयपुर जिला संगठन मंत्री रतनलाल एवं दूदू ब्लॉक कोषाध्यक्ष रविकांत पारिक ने दी।