
मनोहरपुर/मुकेश कुमार। कस्बे में बुधवार शाम को गढवाली निवासी एक दलित समुदाय के युवक पर नकाबपोश 8-10 लोगों ने जानलेवा हमला कर गंभीर घायल कर दिया। दिनदहाड़े गठवाड़ी निवासी मुकेश उर्फ बोदूराम रैगर पुत्र बाबूलाल रैगर पर हॉकी,सरिए, चाकू व क्लिप सहित अन्य हत्यारों से हमला करने पर कस्बे में दहशत फैल गई। इधर घायल अवस्था में मुकेश रैगर को मनोहरपुर के आरके मेमोरियल हॉस्पिटल में लेकर गए। जहां उसे गंभीर चोट आने पर रेफर कर दिया। घायल युवक ने उस पर हुए हमले को साजिश पूर्वक वर रंजीत पूर्वक बताया। मामले की पूरी जांच के लिए मनोहरपुर थाना पुलिस सीआई मनीष कुमार शर्मा के नेतृत्व में जुट गई और बदमाशों की तलाश में जगह-जगह दबिश शुरू कर दी। मार्बल घिसाई का काम कर रहा था घायल युवक.. घायल युवक गठवाड़ी निवासी मुकेश उर्फ बाद राम रैगर ने बताया कि वह विगत 15 दिन से मनोहरपुर कस्बे में दहीयो की ढाणी के पास नरेश आसीवाल के मकान में मार्बल घिसाई का काम कर रहे था। अचानक बुधवार शाम को करीब 4:30 बजे व बाइक लेकर चाय लेने के लिए बाहर हाईवे पर आया कि जैसे ही चाय लेकर वापस काम पर लौट रहा था, तभी तीन मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए नकाबपोश युवकों ने हॉकी, सरिए, चाकू व अन्य हथियार से ताड़बतोड़ हमला बोल दिया। जिससे उसके सिर, पैर, हाथ सहित अन्य जगह गंभीर चोटें आई। रंजिश पूर्वक हुआ है हमला..घायल का पर्चा मौका तैयार करने आए मनोहरपुर पुलिस को घायल युवक मुकेश रेगर ने बताया कि उसके ऊपर उसके गांव के ही लोगों ने हमला किया है। जिसमें प्रमोद पांड्या पुत्र विमल पाराशर व राहुल मेहरा पुत्र कैलाश सहित उसकी गैंग के आदमी शामिल है। घायल मुकेश ने बताया कि 30 मई को गढवाली रेगर मोहल्ले में आकर उधार सिगरेट नहीं देने पर प्रमोद पांडेय व उसकी टीम ने विकास बेनीवाल पुत्र अर्जुन बेनीवाल से मारपीट की थी इस पर मोहल्ले वालों ने उन युवकों को पकड़कर रायसर पुलिस के हवाले किया था। जिससे प्रमोद पांड्या व उनकी गैंग उनसे नाराज चल रही थी और रंजीस पाल रखी थी। सोशल मीडिया पर पांड्या ने रैगर समाज को दी थी धमकी, कल ही जमानत से आया था बाहर.. घायल मुकेश रैगर ने बताया कि 31 मई 2022 को सोशल मीडिया पर लाइव आकर प्रमोद पांड्या ने गठवाडी के रैगर समाज के लोगों को गाली गलौच करते हुए अभद्र भाषा से गलत टिप्पणी की थी। इस पर उसी दिन रैगर समाज के कुछ लोग रायसर थाने में जाकर प्रमोद पांड्या सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें कुछ लोगों को तो पुलिस ने शांति भंग में पकड़ कर ही छोड़ दिया था। वही प्रमोद पांड्या फरार चल रहा था। जिसे जांच अधिकारी जमवारामगढ़ के डीएसपी ने दो रोज पहले ही गिरफ्तार करके कल 20 जून को न्यायालय में पेश किया था। जहां से उसे जमानत मिल गई थी।