
दूदू/सेमलिया/मुकेश कुमार। प.पू. भारत गौरव गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ का माधोराजपुरा से विहार कर समेलिया ग्राम में आज भव्य मंगल प्रवेश हुआ जहां पर गांव की सीमा पर जैन समाज ने जयकारों के साथ भव्य मंगल प्रवेश कराकर मंदिर जी के बाहर पाद प्रक्षालन कर आरती करके ठहराया। जैन समाज के मिडिया प्रवक्ता राजाबाबू गोधा ने अवगत कराया कि कार्यक्रम में गुरु माँ के आने पर सारे ग्राम में खुशी की लहर दौड़ आयी गुरु माँ ने श्रृद्धालुओं को अपने मंगलमय प्रवचन के दौरान कहा कि– वही व्यक्ति जीवन में मनवांछित सफलता हासिल कर पाता है, जो आशावादी होता है, जब तक किसी व्यक्ति के मन में उम्मीद नहीं होगी वह कोई काम नहीं कर सकता, आशावादी व्यक्तियों में रचनात्मकता, कार्य करने की क्षमता और शक्ति होती है। ऐसे लोग काम में निरंतर जुटे होने पर भी हरदम प्रसन्नचित्त रहते हैं. लेकिन निराशावादी व्यक्ति की निराशा उसकी संपूर्ण शक्ति और क्षमता को समाप्त कर देती है। वह कभी प्रसन्न नहीं रह सकता। ऐसा व्यक्ति हर समय उदास और दुखी रहता है और यही उसके प्रगति पथ की सबसे बड़ी बाधा बन जाती है। आशा जीवन में एक प्रकाशपुंज के समान है जो जीवन की उकनाहट और उदासी को दूर करती है और मार्ग में आने वाली बाधाओं व संकटों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती है। आशा ही जीवन को सरस व मधुर बनाती है। 19 जून को समेलिया ग्राम में गुरु माँ के ससंघ पावन सान्निध्य में श्री नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर का पुनर्निर्माण हेतु शिलान्यास समारोह का भव्य कार्यक्रम होगा।