साहब हमारे पास जो पैसा है वो ले जाओ पर मकान खाली मत करो हम कहां जायेंगे गिड़गिड़ाते रहे औरतें, बच्चे, 3.87 लाख की एवज में 17 लाख का थमा दिया नोटिस

दूदू/मुकेश कुमार। मौजमाबद थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिचून के ग्राम भैराणा से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक व्यक्ति ने फाइनेंस कंपनी जयपुर से होम लोन 2018 में 4.50 लाख का लोन लिया था। लोन की किश्त जमा करवाने के बावजूद भी मकान को सीज कर दिया। पीड़ित ने मौजमाबाद थाने में मुकदमा दर्ज करवाकर फाइनेंस कंपनी से न्याय दिलाने की गुहार लगाई। भैराणा निवासी रमेश मीणा व घगन लाल पुत्र घीसालाल ने मौजमाबाद थाने में मुकदमा दर्ज करवाकर बताया कि 23 फरवरी 2018 मेन्टोर होम लोन प्राइवेट लिमिटेड मेन्टोर हाउस गोविन्द मार्ग सेठी कॉलोनी जयपुर से चाल लाख पचास हजार रुपए का अलग-अलग लोन लिया था। जिसकी हमने समय रहते 15-16 किस्ते जमा करवा दी दो साल कोराना काल होने की वजह से आर्थिक स्थिति कमजोर थी जिससे किस्ते जमा करवाने में असमर्थ थे। बीच बीच मे फाइनेंस कम्पनी वाले घर आते ओर धमकीयाँ देते तो हमारे पास कभी दस हजार तो कभी पन्द्रह हजार रुपए बारी बारी में लेते रहे उन पैसो की हमे कोई रसीद नही दी। 2 जून 2022 को कम्पनी के पाँच लोग आये जिनमे से एक व्यक्ति अपना नाम अभिषेक जॉगिंड बता रहा था। उन्होंने कहा की अब कम्पनी का हमारे उपर दबाव है तो आपको मकान खाली करना पडेगा। आप राजी खुशी करते हो तो अच्छी बात है नहीं तो हम धड़े मारकर आप सब को बाहर निकाल देंगे। हमारी घर की महिलाएं उनकी बातो से डरकर उन्होंने कहा साहब हमारे पास अभी जो पैसा है वो हम दे देते है। उन्होंने एक लाख बीस हजार रुपए उनको दे दिए वो पैसे हमने भैंस लाने के लिए रख रखे थे। उसके बाद उन्होंने कहा की आपके पास रसीदे भी होगी वो भी हमे दे दिजिए हम आपका सेटलमेंट करवा देंगे। औरतो से वो रसीदे भी उनको दे दी। उसके बाद दूसरे दिन 3 जून 2022 को वही पाँच लोग वापस हमारे घर आये और कहने लगे कि आपका घरेलू सामान बाहर निकाल लो हम मकान को सीज करेंगे महिलाएं और बच्चो ने उनके आगे हाथ जोड़े लेकिन उन्होने एक नहीं सुनी ओर गाली गलोच पर उतर गये। उन्होंने हमे जाति सूचक शब्दों से प्रताडित किया। बार बार हाथ जोड़कर कहने पर भी नहीं माने बच्चों और औरतो के साथ मारपीट की। फाइनेंस कंपनी ने 3.87 लाख की एवज में 17 लाख का नोटिस थमा दिया। पैसे और रसीद लेकर धोखाधड़ी की। मौजमाबाद थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान के लिए दूदू वृत्ताधिकारी अशौक चौहान के जिम्मे की गई।