
दूदू/राकेश कुमार। जब जब धरती पर पाप व अत्याचार बढ़ा है, तब-तब उनका संहार करने किसी न किसी रूप में भगवान ने अवतार लेकर दुष्ट पापियों का संहार किया है। दूदू क्षेत्र की गैजी पंचायत में चल रही सात दिवसीय रामायण लीला के आठवें दिन समापन समारोह में बाबा रामदेव मित्र सेवा समिति के तत्वधान में एक दिवसीय बाबा रामदेव लीला का आयोजन हुआ।

बाबा रामदेव की नाटकीय लीला देखकर दर्शक भक्ति रस में सराबोर हो गए। कलाकारों ने रात्रिकालीन नाटकीय लीला में भक्तों को कहा की द्वापर, सतयुग व कलियुग में भगवन ने अपने भक्तों की रक्षा करने व दुष्टों का नाश करने के लिए अवतार लिया है व उनका संहार किया है। बाबा रामदेव ने भी कलयुग में छुआछूत, भेदभाव मिटाने व भैरव राक्षस का संहार करने अवतार लिया।

उन्होंने बचपन में कई प्रकार की बाल लीला दिखाई व समाज को एक करने के लिए अपना सर्वस्व जीवन लगा दिया। उन्होंने बाबा रामदेव के अवतरण लीला, बाल लीला, भैरव संहार, डाली बाई, हरजी भाटी को परचा सहित अलग अलग अन्य प्रसंगों की प्रस्तुतियां पेश की। बाबा रामदेव की आरती वंदना के साथ लीला सम्पन हुई।