
दूदू/मुकेश कुमार। जोबनेर थाना पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए शादी का झांसा देकर गहने एवं रुपए ठगने वाली दो लुटेरी दुल्हनों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2 लाख 90 हजार रुपए एवं अधिकांश आभूषण बरामद किया है। 09 मई 2022 को एक परिवादी ने थाना जोबनेर पर इस आशय की एफआईआर दर्ज करवाई कि कुछ व्यक्तियों व महिलाओं ने सुनियोजित षड्यंत्र रचकर उसके 02 पुत्रों की शादी का झांसा देकर उससे 04 लाख 10 हजार रुपये नगद एवं 02 लाख रुपये के जेवरात हड़प लिये सगाई के समय 02 अलग लङकियाँ दिखाई गई। जबकि शादी दूसरी 02 लङकियों से करवा दी गई। जिन लड़कियों की शादी उसके पुत्रो के साथ हुई, वे भी 02 लाख रुपये के जेवरात लेकर फरार हो गई। ठगी किये गये रुपयों एवं गहने जेवरातो के अलावा भी 10 लाख रुपये शादी की तैयारियों एवं शादी में खर्च हो गये। चूंकि सरेआम की गई धोखधड़ी की उक्त वारदात अत्यधिक संगीन थी जो धनराशि एवं आभूषणों की ठगी के अलावा सामाजिक मूल्यों एवं शादी जैसे पवित्र बंधन पर भी कुठाराघात था। इसलिए जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल ने त्वरित अनुसंधान करते हुये उक्त वारदात को अंजाम देने वाले संगठित गिरोह के सभी सदस्यों को अतिशीघ्र गिरफ्तार कर उनसे ठगी की गई धनराशि और गहने बरामद करके परिवादी को राहत देने तथा आरोपीगण को जेल भिजवाने के आदेश दिये। जयपुर जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दूदू दिनेश शर्मा सैक्टर दूदू के निर्देशानुसार एवं लक्ष्मी सुथार, वृत्ताधिकारी वृत्त सांभरलेक के निकट पर्यवेक्षण में कार्य करते हुए पुलिस थाना जोबनेर की पुलिस टीम ने शादी का झांसा देकर रुपये व गहने लेकर फरार हुई लुटेरी दुल्हनों, उनकी शादी की साजिश रचने वाले मास्टरमाईन्ड और अन्य षडयंत्रकारियों को मथुरा, वृंदावन एवं दिल्ली से गिरफ्तार करते हुए उनसे चुराया गया अधिकांश माल मशरुका बरामद करने की उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।

घटना का विवरण
तरीका-ए-वारदात
सर्वप्रथम परिवादी की मुलाकात हरिओम शर्मा निवासी वृंदावन से हुई जो दिल्ली श्री धाम होटल में केन्टीन संचालन करता था। बार बार मुलाकात होने पर परिवादी व आरोपी में पारिवारिक व सामाजिक बाते होने लगी। इस दौरान आरोपी हरिओम शर्मा को ज्ञात हुआ कि परिवादी सुरज्ञान ओला के दो पुत्र है जिनकी शादी नहीं हो रही है। यह जानकारी मिलते ही आरोपी हरिओम शर्मा का शातिर दिमाग साजिश रचने लगा व उसने योजनाबद्ध तरीके से परिवादी के समक्ष स्वयं की जानकारी में परिवादी के ही समाज की दो अविवाहित लडकियाँ होने की चर्चा चलाई। जिस पर परिवादी ने पुरी रुचि दिखाई तब आरोपी हरिओम शर्मा ने अपनी कैन्टीन में काम करने वाले नरेश राजपूत को परिवादी के समाज का ही व्यक्ति बताकर परिवादी से मिलवाया और बताया कि इनके दो बेटिया है, दोनो अभी अविवाहित है तथा इनको भी शादी के लिये दो लडको की तलाश है। अगर आपको इनकी बच्चिया पसन्द आये तो आप शादी की बात आगे बढ़ाये। परिवादी ने उक्त चर्चा के सम्बंध में अपने परिजनो व पुत्रो से विचार विमर्श किया और अपने रिश्तेदारों को लेकर आरोपी नरेश राजूपत के घर उसकी कथित बेटियों को देखने / पसन्द करने के लिये विधी विधान से पहुँच गया। जहाँ परिवादी एवं उसके रिश्तेदारो द्वारा लड़किया पसन्द आने पर उनकी गोद भराई की रस्म विधि विधान पूर्वक सम्पन्न की गई। इसी दौरान आरोपी हरिओम शर्मा, गुड्डी देवी एवं नरेश राजपूत तथा अन्य व्यक्ति परिवादी के घर भीखावास आकर उसके लड़को को देखने आये तथा देखकर उन्हें पसन्द आना बताया। इस पुरे घटनाक्रम के दौरान आरोपी हरिओम शर्मा ने बड़े ही शातिर तरीके से नरेश राजपूत, गुड्डी देवी जाटव एवं अन्य धोखाधड़ी की साजिश के किरदारों का परिचय परिवादी से उसके ही समाज के लोगो के रूप में करवाया। परिवादी के दोनों पुत्रो का रिश्ता पक्का करके परिवादी को विश्वास दिलाया कि अब उनके दोनों पुत्रो की शादी हो जावेगी। चूंकि लड़कियो का पिता गरीब है जो शादी का खर्चा वहन नहीं कर सकता। इसलिये उन्होने परिवादी को बहला फुसलाकर उससे 4 लाख 10 हजार रुपये जरिये फोन पे ऑनलाईन / नगद प्राप्त कर लिये। शादी वाले दिन भी प्रातःकाल उन्हीं दोनो लड़कियों को परिवादी एंव उसके परिजनो को पुनः दिखाया। जिनसे परिवादी के दोनों बेटो की शादी होने वाली थी। परन्तु शादी के समय फेरो में विवाह मण्डप में आरोपीगण ने सुनियोजित साजिश के तहत पूर्व में दिखाई गई दोनो अविवाहित लङकियों की जगह दो विवाहित लड़कियों को लाकर विवाह मण्डप में बिठा दिया और परिवादी के दोनों पुत्रो के साथ फेरे दिला दिये। फेरो के पश्चात परिवादी को जब पता चला तो इसने एतराज किया परन्तु किसी तरह बहला फुसलाकर उनको वहाँ से विदा कर दिया चार दिवस पश्चात वैष्णो देवी मे धोक लगाने के बहाने दोनो दुल्हनों को वापिस बुलाकर वृंदावन से उन्हें पहने हुए गहनो समेत फरार कर दिया। तत्पश्चात मास्टरमाईन्ड हरिओम शर्मा ने 2 लाख रुपये अपने पास रख लिये एंव शेष रुपयो का बँटवारा अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के बीच उनके योगदान के अनुसार कर दिया। परिवादी के पुत्रो से शादी करवाई गई दोनो दुल्हने पूर्व से शादीशुदा है तथा दोनो के ही पूर्व पतियो से बच्चे है। दुल्हन शिवानी के अपने पूर्व पति से एक साढ़े तीन वर्ष की बेटी है तथा दुल्हन रेखा उर्फ पूजा गुप्ता के अपने पूर्व पति से साढ़े तीन माह का बेटा है।
गिरफ्तारशुदा मुल्जिमान
1- हरीराम शर्मा उर्फ हरीओम शर्मा पुत्र फुलचन्द, जाति ब्राह्मण, उम्र 40 साल, निवासी मोई, थाना सिंघाना, जिला झुन्झुनू। हाल 294 अहीर पाडा, वृन्दावन, मथुरा (उत्तरप्रदेश) 2 गुडडी पत्नि सुरेन्द्र, जाति जाटव, उम्र 45 साल, निवासी तेहरा, थाना चन्दया जिला उत्तरप्रदेश हाल मकान नम्बर 03 रुक्मणी विहार, वृन्दावन, थाना वृन्दावन, जिला मथुरा, हाथरस (उत्तरप्रदेश) 3- नरेश पुत्र छिंगा सिंह, जाति ठाकुर, उम्र 35 साल, निवासी इन्द्रपुरी कॉलोनी बकलपुर, थाना हाईवे मथुरा, जिला मथुरा, उत्तरप्रदेश 4- कुन्दन उर्फ रवी पुत्र मिठूलाल, जाति जाटव, उम्र 27 साल निवासी गोपालगढ़ छटीकडा, थाना कोतवाली वृन्दावन, जिला मथुरा (उत्तरप्रदेश) 5- शिवानी पत्नि नरेन्द्र कुमार पुत्री राजवीर, जाति धोबी उम्र 20 साल, निवासी 7764, चिमनीवाला कटरा, रोशनाडा रोड, सब्जी मंडी मलकागंज, उत्तरी दिल्ली। 6- पूजा देवी उर्फ रेखा पत्नि अनुज उर्फ राकेश, जाति गुप्ता महाजन, उम्र 28 साल, निवासी मकान नं. 548, गली नं0 1, राजीव नगर, मुकुन्दपुर थाना भलस्वा डेयरी, बुराड़ी थाना बुराडी, नई दिल्ली।
बरामद अभूषण एवं धनराशी