ग्रामीण बस सवारियों को माल की तरह भरकर हाईवे पर सवारियों को करवाती है जोखिम का सफर ना रोक ना टोक

दूदू/राकेश कुमार। हाईवे पर सरपट दौड़ती राजस्थान परिवहन ग्रामीण बस सेवा यमदूत बनी हुई है। बसों में यात्रियों को लटक कर ही नहीं बल्कि छतों पर बैठाकर यात्रा कराने से भी परहेज नहीं किया जा रहा। सच्चाई यह है कि जिम्मेदार महकमों के अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी है। यदाकदा हादसों के बावजूद सबक नहीं लिया जा रहा। ऐसा ही नजारा रविवार को सुबह पडासौली से दूदू की और जा रही राजस्थान परिवहन ग्रामीण बस सेवा का देखने को मिला है। इस ग्रामीण बस का नजारा एक दिन का ही नहीं बल्कि रोजाना ही सवारियों की जान जोखिम में डालकर सफर करवाया जा रहा है। ओवरलोड ग्रामीण बस सेवा को रोकने वाला कोई नहीं है जिम्मेदार महकमा अधिकारी आंखें मूंद कर बैठे हैं। न परिवहन विभाग भी इसकी और ध्यान देता है। ऐसे में नियमों से चलने वाले वाहनधारी भी इनकी वजह से हादसे का शिकार होकर जान गंवा बैठते हैं। ओवरलोड बसों के बेरोकटोक सड़कों पर दौड़ने से आए दिन हादसे की आशंका बनी रहती है। जिम्मेदार अधिकारी सकारात्मक कदम नहीं उठाने पर ग्रामीण बसें ग्रामीण क्षेत्र में सवारियां को खचाखच भर चलाने से भी नहीं चूक रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार यह राजस्थान परिवहन ग्रामीण बस सेवा ग्रामीण क्षेत्र के नगर से रवाना होकर सुबह करीब 7:40 बजे पड़ासौली चौराहे पर पहुंचती है। वहां से सवारियों को माल की तरह भरकर दूदू पुलिया नीचे सुबह करीब 8 बजे पहुंचती है इसके बाद वहां से सवारियां बिठाकर जयपुर चांदपोल के लिए रवाना होती है।
