
फागी/मुकेश कुमार। धर्म परायण नगरी फागी में आज भारत गौरव आर्यिका रत्न 105 विज्ञा श्री माताजी की सुयोग्य शिष्या आर्यिका 105 विकक्षा श्री माताजी स संघ का भव्य मंगल प्रवेश हुआ। जैन समाज के मीडिया प्रवक्ता राजाबाबू गोधा ने अवगत कराया कि उक्त संघ श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर विमल परिसर बीलवा में 28 वें दीक्षा दिवस पर 28 दिवसीय शांतिनाथ महामंडल विधान की महाअर्चना करवाने के बाद चाकसू, चंद लाई, पीपला, माधोराजपुरा होता हुआ प्रातः काल फागी पहुंचा, जहां गांव की सीमा पर जैन समाज ने संघ की बैंड बाजे द्वारा भव्य अगवानी की गोधा ने बताया कि इस संघ में आर्यिका 105 ज्ञाता श्री माताजी, आर्यिका ज्ञायक श्री माताजी, आर्यिका ज्ञप्ताज्ञ श्री माताजी तथा बाल ब्रह्मचारिणी निशु दीदी साथ साथ थी, समाज द्वारा संघ को नगर भ्रमण कराते हुए जयकारों के साथ श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर के संत भवन में ठहराया गया, इससे पूर्व संघ का पाद प्रक्षालन कर आरती की गई। जिनालय में दर्शन के बाद आर्यिका विकक्षा श्री माताजी ने भरी धर्म सभा में श्रृद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज आपका साधुओं से मिलन हुआ है।

आपका जीवन भी मंगलमय हुआ है, साधु के दर्शन मात्र से सात भव के कर्म नष्ट होते हैं, तथा आहार दान या साधु सेवा करने से 21 भव का कर्म नष्ट होता है अतः मनुष्य को साधु सेवा में लीन रहते हुए संयम के मार्ग पर चलना चाहिए ताकि मोक्ष की प्राप्ति हो। उक्त समय समाज सेवी श्री सोहनलाल झंडा,केलास कलवाडा, मोहनलाल झंडा, फागी अग्रवाल समाज के अध्यक्ष महावीर झंडा, फागी पंचायत समिति के पूर्व प्रधान सुकुमार झंडा, कैलाश चंद पंसारी, सुरेश गंगवाल,पारसनला, महावीर मोदी, अशोक कागला, अशोक गिंदोडी,तथा त्रिलोक चंद पीपलू, सहित सारे श्रावक श्राविकाएं साथ साथ थे,इसी क्रम में ओमप्रकाश सर्राफ, सुभाष बाकलीवाल, पवन वैद,आर्दश वैद, दिनेश बोहरा, लक्की बाकलीवाल, निमित्त बाकलीवाल, भानु, कपिल वैद, सुनील जैन,व रेणु गोयल,साक्षी जैन,रेखा जैन, माधोराजपुरा वाले भी साथ साथ थे।