वहीं दूसरी और संपन्न परिवार से होते हुए भी 1.61लाख रूपए का सुहाला लेकर की शादी

दूदू/संवाददाता मुकेश कुमार। गरीब दूल्हा ने एक रूपए व नारियल लेकर शादी के बंधन में बंधकर अनूठी मिसाल पेश की है। रतन लाल गाड़ेगावलिया की दो पुत्रियों की शादी अक्षय तृतीया के उपलक्ष्य पर बोराज कस्बे में शादी इतनी सादगी से सम्पन्न हुई सभी लोगों ने सराहा। रतन लाल गाड़ेगावलिया की दो पुत्रियां भारती और आरती की शादी थी। बड़ी पुत्री भारती की बारात जमारामगढ़ से आई तो दूसरी हरसौली बागास से नाथूराम पिंगोलिया के पुत्र मनोज की बारात आरती से शादी करने आई थी। दूल्हा मनोज और इनके परिवारजनों ने दहेज प्रथा को एक सामाजिक बुराई बताते हुए दहेज लेने से इंकार कर दिया और एक रूपया तथा नारियल लेकर शादी की रस्म निभाई। दूल्हा ने लग्न दस्तुर पर भी दहेज मुक्त शादी करने का निर्णय लिया था। जमारामगढ़ की बाराती सम्पन्न परिवार से होते हुए भी एक 1.61 लाख रुपए का सुहाला लेकर शादी की तो दूसरी ओर गरीब व्यक्ति नाथूराम पिंगोलिया ने दहेजमूक्त शादी कर एक रूपया नारियल लेकर समाज को अच्छा संदेश दिया। उपस्थित सभी समाज बंधुओं ने तालियां बजाकर नाथूराम पिंगोलिया का स्वागत किया।
नाथूराम पिंगोलिया गरीब मजदूर परिवार से होते हुए अपने बच्चों को अच्छी तालीम दिलवाई। और अपने बच्चों की शादी बिना दहेज के करने का संकल्प भी ले रखा था। आज तक अधिकांश धनाढ्य, संपन्न परिवार वाले लोग दहेज मुक्त शादी करते थे। गरीब मजदूर अनपढ़ व्यक्ति ने अपने बेटे की शादी में दहेज नहीं लेने पर समाज के लोगों ने भूरी भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर रैगर समाज बोराज के अध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद वर्मा, रूपनारायण गाड़ेगावलिया, इंद्र कुमार, योगेश कुमार सहायक प्रशासनिक अधिकारी, मुकेश कुमार गाड़ेगावलिया पत्रकार एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता, भागीरथ राम मौर्य,सुरेश चंद मौर्य हाथोज, जगदीश डबरिया बिचुन, रामधन गोडवाल, मोहन लाल, रवि कुमार,राजकुमार जाजोरिया सरपंच महला, सोहन लाल,मोहनलाल विनोद गोडवाल, सेवाराम मौर्य माजी रेनवाल सहित अनेक समाज बंधुओं ने बिना दहेज की शादी करने वाले नाथूराम पिंगोलिया का स्वागत किया।