
रींगस। आत्माराम लक्ष्य छात्रावास रींगस में मनाया गया। स्वामी आत्माराम लक्ष्य के नाम से रैगर समाज की प्रथम रेगड़ छात्रावास स्थान प्राप्त किया था इसमें सीकर निवासी मूलचंद मौर्य कालूराम कुलदीप के अथक प्रयासों से रींगस कस्बे में छात्रावास बनकर तैयार हुई थी छात्रावास को पूर्ण करने के लिए दिल्ली मुंबई और जयपुर रींगस के रेगर समाज के लोगों ने आर्थिक सहयोग देकर छात्रावास निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी रेगर समाज का प्रथम छात्रावास विषम परिस्थितियों में शुरू किया गया था आज समाज की विशाल धरोहर समाज के छात्र पढ़कर उच्च पदों पर पदासिन हुए हैं।

छात्रावास प्रांगण में रामस्वरूप वर्मा आर एस सेवानिवृत्त गणपति लाल करडिया सहायक आयुक्त सेवानिवृत्त महासभा के राष्ट्रीय पदाधिकारी पहुंचकर वार्षिक उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया इस अवसर पर संत शिरोमणि आत्माराम लक्ष्य समाज के त्यागी मूलचंद मौर्य और कालूराम कुलदीप को याद कर उनके किए गए किए गए कार्यों का वर्णन किया गया और उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया गया। वार्षिक उत्सव में नारायण लाल मंडावरिया”व्याख्याता”रानोली द्वारा स्व. मूलचन्द मौर्य सीकर के ‘सामाजिक एव राजनीतिक ‘ जीवन पर उनके द्वारा स्वरचित कविता का भी वाचन किया गया।कार्यक्रम की उपस्तिथ गणमान्य व्यक्तियोँ ने भूरी भूरी प्रसंशा की।